मस्तनम्मा एक मज़दूर महिला जो दुनिया की विलक्षण शेफ़ थी और उसके जीवन के 105 वें वर्ष में दुनिया को यह पता चला. नीचे के लिंक पर कल्चर बुकलेट के अंग्रेज़ी वाले सेक्शन में मेरा लिखा लेख पढ़ सकते हैं लिंक -- https://culturebooklet.com/Blog/STRICKEN-BY-AGE-YET-FILLED-WITH-CREATIVITY-#disqus_thread
यह ब्लॉग बस ज़हन में जो आ जाए उसे निकाल बाहर करने के लिए है .कोई 'गंभीर विमर्श ','सार्थक बहस 'के लिए नहीं क्योंकि 'हमको मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन ..'